Monday, November 17, 2014

आदिवासी ईमान

आदिवासी ईमान...

पल पल की जिंदगी
अंधेरा चारो ओर है
सूरज सा एहसास
ऐसे विचार आदिवासी है

जंगल तो नाम मानो
वरना जीवन संगीत है
धुन हरवक्त बजती
दुःख की बाते कमजोर है

पंछीयो से सीखो
किताबे आज भी मजबूर है
पेड़ पौधे भगवान जैसे
संस्कृती हमारी किमयागार है

हवाए भी झूमती
वारली के रंगों में चमकती है
धरती माँ की पूजा में
खिलती खेती आदिवासी ईमान है

©www.rajuthokal.com
www.miadivasi.org

No comments:

Post a Comment